जोधपुर : सीएम गहलोत ने राष्ट्रपति के समक्ष राजस्थान में जजों की कमी का मुद्दा उठाया

सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने प्रदेश में जजों की कमी (Shortage of judges) का मुद्दा उठाया. उन्होंने वकीलों (Advocates) को नसीहत भी दी. उन्होंने कहा कि वकीलों को बिना वजह हड़ताल नहीं करनी चाहिए. सीएम ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) द्वारा जोधपुर (Jodhpur) में नई हाईकोर्ट की बिल्डिंग का उद्घाटन (Inauguration High Court Building) किए जाने के दौरान ये बातें कही. सीएम ने कहा कि राजस्थान हाईकोर्ट (High Court)में जजों के 29 पद खाली पड़े हैं. इतनी बड़ी तादाद में जजों के पद खाली होने से मुकदमों की सुनवाई में देरी हो रही है. इस वजह से मुकदमें रुके पड़े हैं.


जजों के खाली पदों के भरे जाने की उम्मीद जताई


सीएम ने कहा कि इस समय जोधपुर में राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट के सीजे, तमाम जज और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद मौजूद हैं. सीएम ने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि जजों के खाली पदों को भरने का माहौल बनेगा. जल्द ही हाईकोर्ट में जजों के 29 खाली पदों को भरे जाने की उम्मीद बंधी है, इसमें हम लोग अवश्य कामयाब होंगे.





बता दें कि इससे पहले गहलोत ने यह बात संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही थी. तब उन्होंने जजों की नियुक्ति नहीं होने पर केन्द्र सरकार पर भी निशाना साधा था. सीएम ने कहा था कि प्रदेश की अधीनस्थ अदालतों में करीब 17 लाख से ज्यादा मामले लंबित हैं. इसी तरह उच्च न्यायालय में करीब साढ़े 4 लाख से ज्यादा मामले पेंडिग चल रहे हैं. इन्हीं मामलों को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने चिंता जाहिर की थी.